क्या Li Fi ब्लूटूथ और वाईफाई से बेहतर है ?
सबसे पहले जान लेते हैं कि आख़िर लाईफ़ाई है क्या और इसका इस्तेमाल किस प्रकार होता है. तो परिभाषिक रूप में LiFi एक ऐसी तकनीक है जो ब्लूटूथ और वाईफाई की ही तरह काम करती हैं. जैसे हम ब्लूटूथ और वाईफाई का इस्तेमाल डाटा को भेजने या प्राप्त करने के लिए करते हैं उसी प्रकार लाईफाई का भी इस्तेमाल किया जाता है. वाईफाई की मदद से हम डाटा को बहुत तेज और सुरक्षित तरीके से एक डिवाइस से दूसरे डिवाइस में भेज सकते हैं.
देखा कि हम सब जानते हैं कि ब्लूटूथ और वाईफाई रेडियो फ्रीक्वेंसी पर काम करती हैं और डाटा रेडियो सिग्नल की सहायता से एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाता है. लेकिन लाई फाई में डाटा प्रकाश के रूप में एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचता है. LiFi का फुल फॉर्म ही Light Fidelity होता है.
अब बात कर लेते हैं कि यह अन्य सभी वायरलेस तकनीक से इतना तेज और सुरक्षित क्यों है. तो इसका उत्तर यह है कि प्रकाश कि गति सबसे तेज होती है जिससे कि कोई भी वायरलेस नेटवर्क इसके आसपास भी नहीं है. इसका एक और फायदा यह है कि इसे हैक भी नहीं किया जा सकता और रेडिएशन का भी खतरा नहीं रहता है. इसके विपरीत आज के समय में जो वायरलेस तकनीक मोबाइल कम्युनिकेशन में उपयोग में लाई जाती है , उससे रेडिएशन का भी भय रहता है.
लेकिन LiFi के आ जाने से ये सारी समस्याएं दूर हो सकती है. और अगर इसके सीमाओं की बात करें तो यह तकनीक वर्तमान समय में उतना उन्नत नहीं है क्योंकि प्रकाश दीवार और धातुओं को भेद कर निकाल जाने में सक्षम नहीं है. लेकिन हो सकता है भविष्य में LiFi को और ज्यादा उन्नत बनाया जा सके जिससे कि यह मोबाइल कम्युनिकेशन में इस्तेमाल हो.